तीन दिन बाद 11 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है। 14 जुलाई को पहला सोमवार पड़ रहा है। वहीं, नगर और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की मरम्मत के नाम पर कोई कदम नहीं उठाए गए। नगर में श्री ताड़केश्वर महादेव मंदिर, श्री पंचमुखी महादेव मंदिर और बूढ़ेनाथ मंदिर में भक्तों का रेला उमड़ता है। तीनों मंदिरों के रास्ते सीवर लाइन के लिए खोद दिए गए हैं। बारिश होने से कीचड़ और जलभराव के साथ कई जगह सड़कें धंस गई हैं। ऐसे में शिवभक्तों को मुशीबत का सामना करना पड़ेगा। विंध्याचल क्षेत्र में शिवपुर स्थित श्रीरामेश्वरम महादेव मंदिर का रास्ता भी खराब है।
क्षतिग्रस्त हैं 200 से ज्यादा शिवालयों के रास्ते, छह दिन में कैसे होगी मरम्मत
मिर्जापुर। नगर के चार सहित जिले भर में 200 से ज्यादा शिवालयों तक जाने वाले मार्ग क्षतिग्रस्त हैं। नगर की खोदी गई सड़कों पर चलना मुश्किल, ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर गड्ढों की भरमार है। शासन और जिला प्रशासन के निर्देश के बाद भी सड़कों की हालत नहीं सुधरी। छह दिन बाद सावन शुरू होते ही आस्थावानों का रेला उमड़ने लगेगा। ऐसे में कीचड़ और पानी भरी सड़कों पर कांवड़ियों और शिवभक्तों को कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ेगा।
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