जनपद मिर्जापुर के चुनार क्षेत्र के बन इमिलियां ग्राम में गरीब किसान सेवा समिति का बैठक किया गया जिसमें से अनेकों किसानों ने जब आपबीती घटना सुनाया तो लोगो को सुनकर बहुत ही दर्द हुआ जो दर्द सिर्फ एक गरीब किसान ही महसूस कर सकता है क्योंकि जब किसान कई महीनों तक खेती में अथक मेहनत करता है तब जा कर वह खेतो में अनाज उगाता है लेकिन जब वही पककर तैयार फसल भी किसी तरह से बर्बाद हो जाएं तो किसान कभी कभी आत्महत्या भी कर लेता है इसी तरह की एक घटना सामने आया है कि जरगो जलाशय में जल स्तर ज्यादा होने पर किसानो की बूड़ की जमीन के बाद जो राजस्व विभाग की जमीन किसानों की नंबर की पुस्तैनी जमीन है वह भी पानी से डूब जाता है जो किसानों के लिए बहुत ही बड़ी चिन्ता का विषय बना हुआ है कुछ किसानो का कहना है कि हमने इस बात की सुचना सिंचाई विभाग को दिया तो सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किसानों को फटकार लगाते हुए किसानों जमीन को भी जलाशय की जमीन बताते हुए किसानों को खेती करने से मना कर दिया गया लेकिन किसानो ने कहा कि जब हमारी जमीन है उसमें सिंचाई विभाग के पानी से किसानों का फसल नष्ट हो रहा है तो उस फसल की क्षतिपूर्ति कौन करेगा इस बैठक में लगभग सैकड़ों किसान उपस्थित थे जिसमें दौलत सिंह,मोतीपाल,कन्हैया पटेल, आनन्द सिंह, संजय सिंह, माया पाल, दशरथ, प्रेमनाथ, बुझारत पाल, कन्हैया पाल, सुरेंद्र सिंह, लुकलुक सिंह, बड़ेलाल पाल, नारायन भरती, और बहुत से किसानों की भीड़ जुटी हुई थी
जनपद मिर्जापुर चुनार के जरगो जलाशय की पानी से डूब रहा है किसानो कास जमीन किसानो ने पुस्तैनी जमीन जरगो बांध का
पानी फैलाने से रोकने की लगाई गुहार
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