क्षेत्र के मोची टोला के अली अहमद कुरैशी दिव्यांग हैं। कांशीराम आवास में परिवार के साथ रहते हैं। चार पुत्र हैं। आर्थिक स्थिति ठीक न होने से चारों बेटे वारिस, परवेज, शमशेर व रमजान मजदूरी करते हैं। वारिस ने बताया कि छोटा भाई 13 वर्षीय रमजान सद्दूपुर स्थित विनोद कुशवाहा की किराना की दुकान पर नौकरी करता था। प्रतिदिन की तरह गुरुवार को वह सुबह नौ बजे किराने की दुकान पर गया था। एक बार बीच में घर भी आया था। इसके बाद लगभग साढ़े बारह बजे दुकानदार ने फोन कर बताया कि रमजान की मौत हो गई है।
सूचना पर बहन पिंकी अपनी मां के साथ तत्काल मौके पर पहुंची तो देखा कि दुकान की सीढ़ियों पर रमजान पड़ा था। गले में गमछे का फंदा था। परिजन रमजान को आनन-फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चुनार ले गए। यहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रमजान की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। आरोप लगाया कि रमजान ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है। यदि उसने खुद फंदा लगाकर आत्महत्या की तो उसका शव सीढ़ी पर कैसे पहुंचा? दुकानदार ने पुलिस को घटना की सूचना क्यों नहीं दी। पुलिस से घटना की जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की गुहार लगाई है। मृत किशोर के पिता की तहरीर पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस संबंध में चुनार कोतवाल रवींद्र भूषण मौर्या ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल घटना के संबंध में दुकानदार से पूछताछ की जा रही है।
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