दीवाल हटने से मंदिर पर श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर हवा जाती रहेगी। अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला ने बताया कि निकास द्वार प्रथम से भीड़ के समय श्रद्धालुओं को बाहर निकलने में असुविधा होती थी। इसलिए पुराने रेलिंग को हटा कर नया रेलिंग लगाया गया। इसमें साढ़े चार फीट की जगह है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के दक्षिण दिशा की दीवाल को भी हटवा दिया गया।
विंध्याचल मंदिर: निकास द्वार की रेलिंग को किया गया चौड़ा
मां विन्ध्यवासिनी के दर्शन पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मां विन्ध्यवासिनी के गर्भगृह के प्रथम निकास द्वार के पुराने रेलिंग को हटा कर साढ़े चार फीट की नई स्टील की रेलिंग लगा दी गई। पुराने लोहे की रेलिंग गर्भगृह के दीवाल के काफी नजदीक थी। इससे श्रद्धालुओं को बाहर निकलते समय काफी असुविधा होती थी। अब नए रेलिंग में पर्याप्त जगह मिल जाने से श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह से बाहर निकलते समय काफी सुविधा होगी। वही मन्दिर के दक्षिण दिशा में भगवान शिव के मंदिर की तरफ पुराने ईट की दीवाल को हटा दिया गया।
एक टिप्पणी भेजें